मंगलवार, 15 सितंबर 2020

RAJ HASTKALA

राजस्थान में हस्तकला

1. सोना, चांदी ज्वैलरी

1. स्वर्ण और चांदी के आभूषण - जयपुर

2. थेवा कला - प्रतापगढ़

कांच पर हरे रंग से स्वर्णिम नक्काशी

3. कुन्दन कला - जयपुर

स्वर्ण आभुषणों पर रत्न जड़ाई करना।

4. कोफ्तगिरी - जयपुर, अलवर।

फौलाद की वस्तुओं पर सोने के तार की जड़ाई करना।

5. तहरिशां - अलवर, उदयपुर

डिजायन को गहरा करके उसमें तार की जड़ाई करना।

2. संगमरमर पर हस्तकला

1. मार्बल की मुर्तियां - जयपुर, थानागाजी(अलवर)

2. रमकड़ा - गलियाकोट(डुंगरपुर)

सोपस्टोन को तराश कर बनाई गई वस्तुएं।

3. लाख हस्तकला

1. लाख की चुडि़यां - जयपुर, जोधपुर

2. लाख के आभुषण - उदयपुर

4. हाथी दांत हस्तकला

1. हाथी दांत की वस्तुएं - जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, पाली

2. हाथी दांत एवं चन्दन की खुदाई, घिसाई एवं पेटिग्स - जयपुर

5. बंधेज/टाई- डाई/रंगाइ - छपाई

1.चुनरी - जोधपुर

कपड़े पर छोटी - छोटी - छोटी बिन्दिया

2. धनक - जयपुर, जोधपुर

कपड़े पर बड़ी- बड़ी बिन्दिया

3. लहरिया - जयपुर

कपड़े पर एक तरफ से दुसरी तरफ तक धारिया

4. मोठड़े - जोधपुर

कपड़े पर एक दुसरे को काटती हुई धारियां

5. बेल- बूंटेदार छपाई - सांगानेर(जयपुर)

6. फल-पत्तियां, पशु-पक्षियों की प्रिन्ट - बगरू(जयपुर)

7.लाॅडनू प्रिन्ट - लाॅडनू(नागौर)

8. गोल्डन प्रिन्ट - कुचामन(नागौर)

9. पोमचा - जयपुर

पीले रंग की ओढनी

10.जाजम प्रिन्ट - चित्तौड़गढ़

11. दाबू प्रिन्ट - अकोला(चित्तौड़गढ़)

12. ओढ़नियों के प्रकार

  1. तारा भांत की ओढ़नी - आदिवासी महिलाएं ओढती है।
  2. कैरी भांत की ओढ़नी - आदिवासी महिलाएं ओढती है।
  3. लहर भांत की ओढ़नी - आदिवासी महिलाएं ओढती है।
  4. ज्वार भांत की ओढ़नी - आदिवासी महिलाएं ओढती है।

13. पगडि़यों के प्रकार

उदयशाही, भीमशाही, अमरशाही, चूणावतशाही, जसवन्तशाही, राठौड़ी, मेवाड़ी।

14. अजरक प्रिन्ट - बालोत्तरा(बाड़मेर)

लाल एवं नीले रंग की ओढ़नी

15. मलीर प्रिन्ट - बालोत्तरा(बाड़मेर)

काला एवं कत्थई रंग लालिमा लिये हुए।

6. कशीदाकारी

1. गोटे का कार्य - जयपुर, खण्डेला(सीकर)

गोटे के प्रकार - लप्पा, लप्पी, किरण, गोखरू, बांकली, बिजिया, मुकेश, नक्शी।

2. जरदोजी - जयपुर

कपड़े पर स्वर्णिम धागे से कढ़ाई

7. पाॅटरी/चीनी मिट्टी के बर्तन

1.ब्ल्यू पाॅटरी - जयपुर

आगमन - पर्शिया(ईरान)

सवाई रामसिंह प्रथम के काल में आगमन

कलाकार - श्री कृपाल सिंह शेखावत

2.ब्लैक पाॅटरी - कोटा

3. सुनहरी पाॅटरी - बीकानेर

4. कागजी पाॅटरी - अलवर

8. कपड़े की बुनाई

1. ऊनी कंबल - जयपुर, जोधपुर, अजमेर

2. इरानी एवं भारतीय पद्धति के कालीन - जयपुर, बाड़मेर, बीकानेर

3. वियना व फारसी गलीचे - बीकानेर

4. नमदे - टोंक, बीकानेर

5. लोई - नापासर(बीकानेर)

6. कोटा डोरिया - कैथून(कोटा)

7. मसूरिया - कैथून(कोटा), मांगरोल(बांरा)

8. खेसले - लेटा(जालौर), मेड़ता(नागौर)

9. दरियां - जयपुर, अजमेर, लवाणा(दौसा), सालावास(जोधपुर), टांकला(नागौर)

9. चित्र हस्तकला

1.पिछवाईयां - नाथद्वारा(राजसमंद)

2. मथैरण कला - बीकानेर

पुरानी कथाओं पर आधारित देवताओं के भित्तिचित्र बनाना

3. उस्तकला - बीकानेर

ऊंट की खाल पर स्वर्णिम नक्काशी

कलाकार - हिस्सामुद्दीन

4. टेराकोटा(मिट्टी के बर्तन एवं खिलौने) - मोलेला(राजसमंद), बनरावता(नागौर), महरोली(भरतपुर), बसवा(दौसा)

कागजी टेरीकोटा - अलवर

सुनहरी टेरीकाटा - बीकानेर

10. पीतल हस्तकला

1. पीतल की खुदाई, घिसाई एवं पेटिंग्स - जयपुर, अलवर

2. बादला - जोधपुर

जस्ते से निर्मित पानी को ठण्डा रखने का बर्तन

11. चमड़ा हस्तकला

1. नागरी एवं मोजडि़या - जयपुर, जोधपुर

बिनोटा - दुल्हा- दुल्हन की जुतियां

2. कशीदावाली जुतियां - भीनमाल(जालौर)

12. लकड़ी हस्तकला

काष्ठकला - जेढाना(डूंगरपुर), बस्सी(चित्तौड़गढ़),

बाजोट - चौकी को कहते हैं।

कठपुतलियां - उदयपुर

लकड़ी के खिलौने - मेड़ता(नागौर)

लकड़ी की गणगौर, बाजोर, कावड़, चैपडत्रा - बस्सी(चित्तौड़गढ़)

13. कागज हस्तकला

1. कागज बनाने की कला - सांगानेर, स. माधोपुर

2. पेपर मेसी(कुट्टी मिट्टी) - जयपुर

कागज की लुग्दी, कुट्टी, मुल्तानी मिट्टी एवं गोंद के पेस्ट से वस्त ुएं बनाना।

14. तलवार

सिरोही, अलवर, अदयपुर

15. तीर कमान

चन्दूजी का गढ़ा(बांसवाड़ा)

बोड़ीगामा(डूंगरपुर)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

RAJ GK MAY 28

           राजस्थान से संबन्धित सामान्य ज्ञान 1. आजादी से पहले राजस्थान का क्षेत्र कहलाता था ?   (A) राजपूताना (B) संयुक्त प्रान्त (C) मध्य ...